International Day of Families :- क्यों एकल परिवार में रहना पसंद करती हैं महिलाएं, जानिए इसके फायदे और नुकसान

International Day Of Families 2025 :- हर साल 15 मई को अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य परिवार के महत्व को समझाना है। इस युग में लोग अपने परिवार से दूर होते जा रहे हैं, जहां उनके पास एक दूसरे के लिए वक्त नहीं होता। ऐसे में उनके बीच का भावनात्मक लगाव कम होने लगता है और परिवार में विघटन होने लगता है।
परिवार के विघटन का सबसे पहला उदाहरण है संयुक्त परिवार का एकल परिवारों में परिवर्तित होना। एकल परिवार का एक प्रमुख कारण महिलाओं को माना जाता है कि इस दौर की अधिकतर महिलाएं एकल परिवार में रहना पसंद करती हैं। संयुक्त परिवार की परंपरा से निकलकर आज की महिलाएं स्वतंत्रता, निजता और करियर को प्राथमिकता दे रही हैं। प्रश्न है कि महिलाएं संयुक्त परिवार के सामने एकल परिवार में रहना ज्यादा क्यों पसंद करती हैं। एकल परिवार के फायदे और नुकसान क्या हो सकते हैं ?
महिलाएं क्यों एकल परिवार में रहना पसंद करती हैं ?
● स्वतंत्रता और निजता :-
एकल परिवार में महिलाओं को अपने निर्णय खुद लेने की आजादी मिलती है। चाहे वह नौकरी हो, बच्चों की परवरिश या घर की सजावट हो। संयुक्त परिवार में किसी भी निर्णय के लिए महिलाओं को घर के अन्य सदस्यों की राय और फैसलों को भी शामिल करना पड़ता है लेकिन एकल परिवार की महिला अपने फैसले स्वयं लेने के लिए स्वतंत्र होती है।
● तनाव रहित माहौल :-
जब एक छत के नीचे अलग-अलग विचारों और रुचि रखने वाले लोग साथ रहते हैं तो विवाद की स्थिति बनना स्वाभाविक है। संयुक्त परिवारों में कई बार विचारों का टकराव, परंपराओं का दबाव और जिम्मेदारियों का बोझ महिलाओं को मानसिक रूप से थका देता है। एकल परिवार अपेक्षाकृत शांत और नियंत्रित होता है।
● करियर और आत्मनिर्भरता :-
जो महिलाएं नौकरीपेशा या कामकाजी होती है, वह चाहती हैं कि घर और दफ्तर दोनों को बेहतर तरीके से संभाल सकें। चूंकि एकल परिवार का दायरा छोटा होता है, तो उनके लिए घर और दफ्तर दोनों संभालने में कम समस्या आती है।
● बच्चों की परवरिश में आपकी सोच :-
कई महिलाएं चाहती हैं कि वे अपने बच्चों को अपने सिद्धांतों और आधुनिक दृष्टिकोण से पालें, जो संयुक्त परिवार में थोड़ा कठिन हो सकता है। बच्चे को कैसे विचार देने है, उसके भविष्य से जुड़े फैसले लेने के लिए एकल परिवार की मां अधिक स्वतंत्र होती है।
एकल परिवार के फायदे :-
● मानसिक शांति और निजी स्पेस :-
जिन महिलाओं या कपल्स को मानसिक शांति और निजी स्पेस चाहिए होती है, उनके लिए एकल परिवार बेहतर है। क्योंकि एकल परिवार में आपके पास अपने पार्टनर और बच्चों के लिए अधिक वक्त रहता है। मानसिक शांति संयुक्त परिवार की तुलना में एकल परिवार में अधिक होती है।
● कम घरेलू कलह :-
एकल परिवार में सदस्यों की संख्या कम होती है। संयुक्त परिवार में तीन पीढ़ियां, पिता के भाई और उनके परिवार के साथ रहते हैं। अधिक सदस्य होने से वैचारिक मतभेद भी अधिक होने की संभावना रहती है। एकल परिवार में तुलनात्मक कम घरेलू कलह की स्थिति बनती है।
● निर्णय लेने की स्वतंत्रता :-
एकल परिवार में पति-पत्नी दोनों को अपने लिए और परिवार के लिए निर्णय लेने की अधिक स्वतंत्रता प्राप्त होती है। यहां उन्हें अधिक परिवार के सदस्यों से एकमत होने की जरूरत नहीं होती।
● जीवनशैली में लचीलापन :-
संयुक्त परिवार में सभी सदस्यों की जीवनशैली एक दूसरे के समान होती है। अधिकतर घरों में लोगों को चाहते या ना चाहते हुए एक जैसी चीजों में रूचि, एक दूसरे के समय के अनुसार खुद को ढालना पड़ता है। जबकि एकल परिवार में जीवनशैली में लचीलापन होता है।
एकल परिवार के नुकसान :-
● बच्चों को दादा-दादी, चाचा-चाची का स्नेह नहीं मिल पाता। एकल परिवार के बच्चे अकेलेपन में बड़े होते हैं।
● एकल परिवार में आपात स्थिति में सहारा कम होता है। संयुक्त परिवार में अगर एक पर कोई समस्या आती है तो परिवार के अन्य सदस्यों की मदद व सहारा मिल जाता है। एकल परिवार में सदस्यों को बाहर से मदद मांगनी पड़ती है।
● महिला पर घर-बाहर की दोहरी जिम्मेदारी आ जाती है। उन्हें जितना ध्यान अपने दफ्तर या बाहर के काम ले देना होता है, उतना ही ध्यान घर परिवार और बच्चों की परवरिश में भी देना पड़ता है जो कि संयुक्त परिवार में करने की इतनी आवश्यकता नहीं होती।
● एकल परिवार में रहने वाले सदस्य कई बार अकेलापन महसूस करते हैं, जिससे डिप्रेशन का खतरा हो सकता है। तीज त्योहारों में यह अकेलापन अधिक स्पष्ट हो जाता है।
● सामाजिकता और पारिवारिक मूल्य कमजोर हो सकते हैं।