लड़कियों को देते हैं नौकरी का झांसा, दिल्ली ले जाकर करते हैं ये काम, इन राज्यों में इसलिए बेच देता है यह गैंग

नौकरी का झांसा देकर लड़कियों को बेचने वाला गिरोह जिले में सक्रिय है। यह ग्रामीण इलाके की लड़कियों को निशाना बनाते हैं। यहां से पहले उन्हें दिल्ली लेकर जाते हैं, इसके बाद राजस्थान और हरियाणा में शादी के लिए सौदा कर देते हैं।
पिपराइच पुलिस ने जिस गिरोह को पकड़ा है, उसमें सभी सदस्य अलग-अलग रहकर काम करते थे। पकड़ी गई राधा सिंह खोराबार इलाके में किराए का कमरा लेकर रहती थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह गिरोह उन लड़कियों को टारगेट करता था जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की हैं। गिरोह में शामिल महिलाएं पहले लड़कियों से दोस्ती करती हैं। इसके बाद इनको विश्वास दिलाती हैं कि इन्हें ऐसी नौकरी दिलाएंगी जिसके बाद इनका पूरा जीवन बदल जाएगा।
खोराबार की लड़की के साथ भी ऐसा ही हुआ। राधा के साथ एक और महिला इस गिरोह में है। उसे भरोसे में लेकर वह दिल्ली लेकर गई। दिल्ली में एक दलाल पहले से मौजूद था। लड़की को वहां पर ले जाने के बाद राजस्थान के युवक से सौदा हुआ।
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि खोराबार इलाके के जंगल रामगढ़ ऊर्फ चॉवरी में किराए पर रहने वाली राधा नामक महिला उसे अपने साथ ले गई है। पुलिस की विवेचना में पता चला कि राधा एक गिरोह से जुड़ी है, जिसमें उसका पति भी शामिल है।
यह गिरोह लड़कियों को बहलाफुसला कर अपने साथ ले जाता और शादी के नाम पर राजस्थान और हरियाणा में बेच देता है। पुलिस ने किशोरी को बरामद करने के बाद बयान के आधार पर चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
बिहार में बेची गई थीं खोराबार की दो किशोरियां :-
खोराबार इलाके से 23 मई को लापता चचेरी बहनों को बिहार ले जाकर 1.50 लाख रुपये में बेच दिया गया था। आरोपियों ने पूर्णिया में बेची गईं बहनों को मोतिहारी के एक मकान में बंधक बनाकर रखा था। दोनों पर देह व्यापार का दबाव भी बनाया और इन्कार करने पर खाना बंद कर पीटा भी गया।
खोराबार पुलिस ने सर्विलांस की मदद से दोनों बहनों को मुक्त कराकर आरोपी दंपती को गिरफ्तार किया था। दोनों चचेरी बहनों की दोस्ती इंस्टाग्राम के माध्यम से आरोपी महिला गीता से हुई थी। इसके बाद गीता ने दोनों को बिहार में 15 हजार रुपये से अधिक की नौकरी और रहना-खाना मुफ्त देने की बात कही।
झांसे में आकर दोनों बहनें घर छोड़कर चली गई थीं। गीता ने अपने दो साथियों (महिला और पुरुष) को गोरखपुर रेलवे स्टेशन भेज दिया था। रेलवे स्टेशन पर मिलने के बाद उनके साथ दोनों किशोरियां बिहार के पूर्णिया चली गईं।
ये है पूरा मामला :-
नौकरी का झांसा देकर लड़कियों को बेचने वाले गिरोह के चार आरोपियों को गोरखपुर की पिपराइच पुलिस ने शुक्रवार को उनौला रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से पिपराइच से अपह्रत किशोरी भी मिली। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बागचंद प्रजापति, सरवन पुरी, सनी सिंह और उसकी पत्नी राधा सिंह के रूप में हुई।
आरोपी राधा खोराबार के जंगल रामगढ़ उर्फ चंवरी में किराये पर रहती है। पुलिस के मुताबिक, वही लड़कियों को झांसा देने का काम करती थी। पुलिस ने चारों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भिजवा दिया। साथ ही तीन अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
जानकारी के अनुसार, खोराबार इलाके की रहने वाली एक महिला ने अपनी 15 साल की बेटी की पिपराइच इलाके से अपहरण की रिपोर्ट चार जुलाई को पिपराइच थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि खोराबार इलाके के जंगल रामगढ़ उर्फ चंवरी में किराए पर रहने वाली राधा नामक महिला उसे अपने साथ ले गई है। पुलिस की विवेचना में पता चला कि राधा एक गिरोह से जुड़ी है जिसमें उसका पति भी शामिल है।
यह गिरोह लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर अपने साथ ले जाता और शादी के नाम पर राजस्थान और हरियाणा में बेच देता है। पुलिस ने किशोरी को पकड़ने के बाद बयान के आधार पर चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ में पता चला कि पिपराइच इलाके की जिस लड़की का अपहरण किया गया था, उसे राजस्थान के एक परिवार को बेचने की तैयारी थी।
ये आरोपी पकड़े गए :-
पकड़े गए आरोपी बागचंद प्रजापति निवासी सुंदरनगर वार्ड नंबर 15 किशनगढ़ थाना गांधीनगर, अजमेर राजस्थान, सरवन पुरी निवासी ग्राम हरमाड़ा थाना बानसीदरी, अजमेर राजस्थान के रहने वाले हैं। आरोपी सनी सिंह निवासी शमशाबाद लोधी रोड थाना ताजगंज, आगरा और उसकी पत्नी राधा सिंह निवासी थाना खोराबार निवासी है।
नौकरी का झांसा देकर शादी के लिए लड़कियों को बेचने वाले गिरोह को पकड़ा गया है। खोराबार की लड़की को बरामद कर लिया गया है। गिरोह के कुछ अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। – जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, एसपी नॉर्थ