बदायूं हादसा : शोक में डूबा करखेड़ी गांव, चीत्कार से हर आंख नम, बाइकों की तेज रफ्तार बनी चार मौतों की वजह

बदायूं के वजीरगंज थाना क्षेत्र के करखेड़ी गांव में बृहस्पतिवार शाम हुए सड़क हादसे ने सभी को झकझोर दिया है। गांव के चार लोगों की मौत से ग्रामीण स्तब्ध हैं। हादसे के बाद सभी की आंखें नम हो गई हैं। करखेड़ी गांव निवासी अतर सिंह, उनके बाबा बच्चू सिंह, सोमपाल और संजय बृहस्पतिवार शाम करीब पांच बजे अपने-अपने काम के सिलसिले में घर से निकले थे। घर पर उनके परिवार के लोग इंतजार कर रहे थे। अतर सिंह और उनके बाबा बच्चू सिंह के घर में खाना बनाने के लिए सब्जी का इंतजार किया जा रहा था। जैसे ही गांव में हादसे की खबर पहुंची, लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। घटनास्थल पर शव देख परिजन बेसुध हो गए।
आमने-सामने से भिड़ी थीं दो बाइक :-
गांव करखेड़ी निवासी अतर सिंह मीणा (40) रिश्ते के बाबा बच्चू सिंह (60) के साथ बुलेट बाइक से सब्जी खरीदने बगरैन गए थे। इसी गांव के संजय (28), सोमपाल सिंह (55) और अशोक (28) एक ही बाइक से घर लौट रहे थे। रास्ते में अलउआ के पास अतर सिंह और संजय की बाइकें टकरा गईं। दोनों बाइक पर बैठे पांचों लोग काफी दूर-दूर गिरे। उनके सिर में गंभीर चोटें आईं। अतर सिंह, बाबा बच्चू सिंह, सोमपाल और संजय की मौके पर ही मौत हो गई। अशोक गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
परिजनों ने बताया कि संजय फास्टफूड की रहेड़ी लगाकर जीवन यापन करते थे। जबकि अतर सिंह, उनके बाबा व सोमपाल खेतीबाड़ी करके परिवार का पालन पोषण करते थे। अशोक भी खेतीबाड़ी करते हैं। सभी लोग अपने-अपने काम के लिए घर से हंसी खुशी निकले थे, लेकिन रास्ते में काल के ग्रास ने सभी पर झपट्टा मार दिया।
प्रत्यक्षदर्शी बोले- काफी तेज थी रफ्तार :-
हादसे के प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों ने बताया कि दोनों बाइकों की रफ्तार काफी तेज थी। इसी बीच जब बाइकों की दूरी कम हुई, वैसे ही अतर सिंह व संजय संतुलन खो बैठे। इससे दोनों बाइकों में टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी बुलट का हैंडल व पहिया टेढ़ा हो गया। जबकि संजय की बाइक चकनाचूर हो गई। इस हादसे से पूरा गांव शोक में डूब गया है। परिवार में चीत्कार मच गई है।
अपनों को खोया अब बच्चों की परवरिश की चिंता :-
हादसे में चार लोगों की मौत के बाद परिजनों को अपनों के खोने का गम है। साथ ही बच्चों की परवरिश की चिंता सताने लगी है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजन बेसुध हो रहे हैं। करखेड़ी गांव के बच्चू सिंह की पत्नी पूनम दिव्यांग है। उनका एक बेटा कार्तिकेय और बेटी सोनी है। बच्चू सिंह की मौत से दोनों बच्चों व पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।
वहीं, सोमपाल दो भाइयों में छोटे थे। उनके दो बेटे जय प्रकाश उर्फ भोले, बाबू लाल व बेटी रूबी है। सोमपाल की मौत से पत्नी पिस्ता देवी बेसुध हो गई। अतर सिंह दो भाइयों में बड़े थे। उनपर एक बेटा दुष्यंत और बेटी प्रियांशी है। दोनों ही बच्चे मासूम है। उनकी मौत की खबर सुनते ही पत्नी विमलेश बेहोश हो गई। अतर सिंह की मां विमला देवी गांव की पूर्व प्रधान रह चुकी है। वहीं, संजय पर भी एक बेटी विंटू व बेटा गोलू है। संजय की मौत से दोनों बच्चों की परवारिश की जिम्मेदारी पत्नी शिवा के कंधों पर आ गई है।