उत्तर प्रदेश

योगी सरकार का नए साल पर तोहफा, इनका बढ़ा वर्दी भत्ता, रेनकोट से छाते तक के लिए मिलेंगे पैसे

उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सरकारी वाहन चालक और अनु सेवकों का वर्दी भत्ता बढ़ा दिया गया है. इसके साथ ही पांच साल में एक बार रेनकोट भी दिया जाएगा.

उत्तर प्रदेश सरकार में सचिवालय के अलावा अधीनस्थ राजकीय कार्यालय में सरकारी वाहन चालकों और अनुसेवकों का वर्दी भत्ता, वर्दी नवीनीकरण और वर्दी धुलाई भत्ता बढ़ा दिया है. MSME विभाग ने इसको लेकर शासनादेश जारी किया है. नए साल में इन कर्मचारियों का वर्दी भत्ता बढ़ा दिया है. जिससे हजारों कर्मियों को फायदा होगा.

शासनादेश के मुताबिक पहले इन कर्मचारियों को वर्दी खरीदने के लिए 680 रुपये दिए जाते थे, इस राशि को बढ़ाकर अब 1020 रुपये कर दिया गया है. इसके साथ ही रेनकोट खरीदने के लिए 500 रुपये की जगह 750 रुपये दिए जाएंगे. पांच साल में एक रेनकोट खरीदने के लिए भत्ता दिया जाएगा.

MSME विभाग ने जारी किए आदेश :-
इसके अलावा सर्दियों की वर्दी के लिए 1310 रुपये की बजाय 1965 रुपये मिलेंगे, जूते के लिए 164 रुपये की जगह 246 रुपये मिलेंगे और छाते के लिए 96 रुपये की जगह 144 रुपये दिए जाएंगे. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को वर्दी धुलाई भत्ते के रूप में 40 की जगह 60 रुपये मिलेंगे तो वहीं वाहन चालक को 60 की जगह 90 रुपये वर्दी धुलाई के लिए मिलेंगे.

शासनादेश में यह भी कहा गया है कि रेनकोट अब 5 साल में एक बार मिलेगा, वहीं गर्मियों की वर्दी 4 साल में एक बार और सर्दियों की वर्दी 3 साल में एक बार मिलेगी. महिलाओं के लिए गर्मियों की वर्दी हर साल मिलेगी और वाहन चालकों को सर्दियों की वर्दी 3 साल में मिलेगी. साथ ही यह भी शासनादेश जारी हुआ है कि जिन लोगों को पहले से साफा दिया जाता था उन्हें ही साफा दिया जाएगा. सचिवालय के अलावा सभी स्थाई जमादार, अर्दली ,दफ्तरी, पत्रवाहक, कार्यालय चपरासी और राजकीय वाहन चालक को ही वर्दी भत्ता मिलेगा.

वर्दी नहीं पहनने वाले कर्मियों पर कार्रवाई :-
उत्तर प्रदेश MSME विभाग के सचिव प्रांजल यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, सभी प्रमुख सचिव, सभी सचिव और सभी विभागों के अध्यक्ष को पत्र लिखकर वर्दी पहनने को आवश्यक बताया है जो भी कर्मचारी वर्दी पहनकर नहीं आएंगे उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.

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