विधानसभा चुनाव 2027 के लिए सपा बना रही ये बड़ी रणनीति, इसलिए भंग कर दीं जिला-महानगर समेत सभी इकाईयां

समाजवादी पार्टी की नई कार्यकारिणी में पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) वर्ग के कार्यकर्ताओं की भागीदारी बढ़ सकती है। 2027 की तैयारियों को देखते हुए कार्यकारिणी में युवाओं को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद है। जिला-महानगर कमेटी, राज्य के कार्यकारिणी पदाधिकारी-सदस्य समेत सभी इकाईयां भंग होने से युवा कार्यकर्ताओं की उम्मीद बढ़ गई है।
समाजवादी पार्टी बीते कुछ सालों से पीडीए का एजेंडा चला रही है। लोकसभा चुनाव में इसका भरपूर फायदा भी मिला। अब सपा की नजर 2027 में होने वाले प्रदेश के चुनाव पर है। ऐसे में सपा मुखिया के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने आगरा की जिला-महानगर, प्रकोष्ठ समेत सभी इकाइयों को भंग कर दिया है।
अब नए सिरे से पदाधिकारी तय होंगे। इसमें पीडीए से आने वाले कार्यकर्ताओं की बल्ले-बल्ले हो सकती है। निवर्तमान महानगर अध्यक्ष चौधरी वाजिद निसार का कहना है कि विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए नई कार्यकारिणी बनेंगी। इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष ने वर्तमान इकाइयां भंग कर दी हैं। नई टीम में युवाओं के साथ अनुभवी कार्यकर्ताओं को भी तवज्जो मिलने की उम्मीद है।
सपा के 17 प्रकोष्ठों में 5000 पदाधिकारी :-
निवर्तमान जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण वर्मा ने बताया कि महानगर और जिला कार्यकारिणी के अलावा सपा युवजन सभा, सपा छात्र सभा, लोहिया वाहिनी, मुलायम सिंह यूथ बिग्रेड, अल्पसंख्यक सभा, महिला सभा, अधिवक्ता सभा समेत 17 प्रकोष्ठ हैं। इनमें 5000 के करीब पदाधिकारी हैं। इन प्रकोष्ठों में निष्क्रिय कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जाएगा।
