उत्तर प्रदेश विधानसभा में कभी हुई नोकझोंक … तो कभी लगे ठहाके, सवालों का सीधा जवाब ना मिलने पर विपक्ष ने जताई नाराजगी

उत्तर प्रदेश राजधानी लखनऊ में विधानसभा में शुक्रवार को सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच कभी नोकझोंक हुई तो कभी ठहाके भी लगे। आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा।
चीनी मिल में मजदूरों के वेतनमान संबंधी सवाल का जवाब देते हुए श्रम एवं रोजगार मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि सवाल उठाने वालों का दर्द है कि अब मनमानी नहीं हो रही है। हम चाहते हैं कि मिल भी चले और मजदूरों का हित भी हो। इस पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। हंगामा बढ़ता देख संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि क्या आप चाहते हैं कि चीनी मिलें बंद कर दी जाएं? लेकिन ऐसा नहीं होगा।
इसी तरह स्वास्थ्य संबंधी सवाल का जवाब देते हुए उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने तंज कसा कि खुदा की नियामत मानना बंद करें। परिवार नियोजन अपनाएं। इस पर विपक्ष के विधायक आक्रोशित हो गए। दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। अधिष्ठाता ने शांत कराया। विधायक डॉ. राकेश कुमार वर्मा ने महंगाई डायन खाए जात है… कहते हुए बढ़ती महंगाई पर सवाल किया।
जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री ने विधायक की ओर इशारा किया और कहा कि आप तो पुरुष दिखते हैं। इस पर सदन में दोनों तरफ से ठहाके लगे। इस बीच सदन में बैठी महिला सदस्यों के बीच भी शब्दबाण चले और दोनों तरफ से ठहाके लगे।
इस पर संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि ये सदस्य महिलाओं के बीच कम रहते हैं। इसलिए इन्हें महंगाई की कम जानकारी है। जहां तक सब्जियों के दाम की बात है तो इसके दाम मांग और आपूर्ति के आधार पर बढ़ते घटते रहते हैं। करीब 15 करोड़ को मुफ्त अनाज दिया जा रहा है। और यहां डीजल पर सबसे कम वैट लगता है।
